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  • राज्यपाल ने लोक भवन कैलेंडर 2026 किया जारी
  • डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल की अध्यक्षता में हिमाचल प्रदेश अल्पसंख्यक वित्त एवं विकास निगम की 54वीं बैठक आयोजित
  • केन्द्र सरकार का मनरेगा समाप्त करने का फैसला जनविरोधी, हिमाचल को होगा नुकसान - मुख्यमंत्री
  • पांगी क्षेत्र के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से भेंट की
  • महापौर ने राज्यपाल को शिमला विंटर कार्निवल के समापन समारोह के लिए बतौर मुख्यातिथि किया आमंत्रित
  • प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए मुख्यमंत्री ने उठाए साहसिक कदम
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  • महापौर ने राज्यपाल को शिमला विंटर कार्निवल के समापन समारोह के लिए बतौर मुख्यातिथि किया आमंत्रित
    शिमला नगर निगम के महापौर सुरेन्द्र चौहान ने उप-महापौर उमा कौशल के साथ आज लोक भवन में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से भेंट की। इस अवसर पर महापौर ने राज्यपाल को 1 जनवरी, 2026 को शिमला विंटर कार्निवल के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। शिमला नगर निगम द्वारा ऐतिहासिक रिज पर इस कार्निवल का आयोजन 24 दिसंबर से 1 जनवरी, 2026 तक किया जा रहा है।
    महापौर ने राज्यपाल को कार्निवल के दौरान आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि कार्निवल के माध्यम से हिमाचल प्रदेश की समृद्ध संस्कृति, परंपराओं, व्यंजनों और विरासत को प्रदर्शित किया जा रहा है। यह कार्निवल ‘नशा मुक्त हिमाचल’ की थीम पर आयोजित किया जा रहा है। इसके माध्यम से राज्य की विविध सांस्कृतिक विरासत से पर्यटकों को रू-ब-रू करवाया जा रहा है। 
    इस पहल की सराहना करते हुए राज्यपाल ने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करते हैं बल्कि युवाओं को अपनी संस्कृति से जुड़ने का अवसर भी प्रदान भी प्रदान करते हैं, जिससे युवाओं को नशे से दूर रखा जा सकता है।
    इस अवसर पर शिमला नगर निगम के आयुक्त भूपेंद्र अत्री भी उपस्थित थे।
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  • पांगी क्षेत्र के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से भेंट की
    मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू से आज यहां चंबा जिला के पांगी क्षेत्र के एक प्रतिनिधिमंडल ने भेंट कर उन्हें क्षेत्र की विभिन्न विकासात्मक मांगों से अवगत करवाया।
    मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि राज्य सरकार उनकी जायज मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी।
    इस अवसर पर राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, जनजातीय सलाहकार परिषद के सदस्य चुन्नी लाल, पंचायत समिति पांगी की अध्यक्ष किरण, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष सुभाष भी उपस्थित थे।
     
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  • केन्द्र सरकार का मनरेगा समाप्त करने का फैसला जनविरोधी, हिमाचल को होगा नुकसान - मुख्यमंत्री
    मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ शिमला रिज में दिया धरना
     
    मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने आज रिज मैदान शिमला में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास केन्द्र सरकार द्वारा मनरेगा को समाप्त करने के विरोध में अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ धरना दिया।
    इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार ने मनरेगा को समाप्त कर ग्रामीण क्षेत्र के गरीबों के साथ कुठाराघात किया है। उन्होंने कहा कि मनरेगा को ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए कंाग्रेस सरकार द्वारा आरम्भ किया गया था, जोकि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह तथा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी की सोच थी। उन्होंने कहा कि मनरेगा में पहले ग्राम पंचायत के प्रधान और ग्राम सभा की मांग पर लोगों के लिए विकास योजनाएं बनती थीं तथा लागू की जाती थीं। जबकि अब प्रधान योजनाएं नहीं बनाएंगे। अब इस योजना के लिए केन्द्र सरकार द्वारा धनराशि का आवंटन होगा तथा उनके द्वारा ही क्षेत्र विशेष में विकास के लिए केन्द्र सरकार द्वारा अधिसूचित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी केन्द्र सरकार के इस निर्णय के विरोध में जिला तथा ब्लॉक स्तर पर धरना देगी ताकि लोगों को केन्द्र सरकार के इस जन विरोधी निर्णय के बारे में जागरूक किया जा सके।
    श्री सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोगों के लिए और भी दुःख का विषय है कि मनरेगा में पहले प्रदेश के लिए 100 प्रतिशत दिहाड़ी केन्द्र सरकार द्वारा वहन की जाती थी तथा अतिरिक्त 80 रुपये प्रदेश सरकार द्वारा अपनी तरफ से मजदूरों को दिहाड़ी के रूप में दिए जाते थे। उन्होंने कहा कि अब नये प्रावधानों के अनुसार प्रदेश के लिए 90 प्रतिशत दिहाड़ी केन्द्र सरकार द्वारा दी जाएगी तथा 10 प्रतिशत दिहाड़ी प्रदेश सरकार द्वारा वहन की जाएगी।। उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग की कि इस योजना को पंचायतों की मांग के आधार पर किया जाए तथा उनकी विकासात्मक जरूरतों को ध्यान में रखा जाना चाहिए।  
    मुख्यमंत्री ने कहा कि नई योजना में जिला परिषदों में तैनात अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दिये जा रहे पैसों को भी समाप्त कर दिया है।
    एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा सेब पर आयात शुल्क घटाने का भी विरोध किया है। उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश के बागवानों को काफी नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि वे इस मसले को केन्द्र सरकार से उठायेंगे ताकि प्रदेश के बागवानों के हितों की रक्षा की जा सके।
    इस अवसर पर उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विनय कुमार, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, पंचायती राज मंत्री अनिरूद्ध सिंह, तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी, आयुष मंत्री यादवेन्द्र गोमा, सह प्रभारी हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी चेतन चौहान, विधायक चन्द्रशेखर, अनुराधा राणा, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा, प्रधान सलाहकार मीडिया नरेश चौहान, शिमला नगर निगम के महापौर सुरेन्द्र चौहान, उप महापौर उमा कौशल, पार्षद, विभिन्न बोर्डों एवं निगमों के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष, कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता भी उपस्थित थे।
     
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  • राज्यपाल ने लोक भवन कैलेंडर 2026 किया जारी

    राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज लोक भवन में आयोजित गरिमापूर्ण कार्यक्रम में लोक भवन सचिवालय द्वारा प्रकाशित वर्ष 2026 का कैलेंडर जारी किया।
    इस कैलेंडर में वर्ष 2025 में राज्यपाल की विभिन्न जनसरोकारों से जुड़ी गतिविधियों को प्रदर्शित किया गया है। नशा मुक्त हिमाचल और आपदा राहत को केन्द्र में रखकर इस कैलंेडर को तैयार किया गया है। नशामुक्त हिमाचल अभियान में युवाओं को  नशे के दुषप्रभावों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। हिमाचल में आयी प्राकृतिक आपदा में राज्यपाल द्वारा संचालित की गई राहत गतिविधियों को दर्शाया गया है। इसमें संकट की घड़ी में राज्यपाल द्वारा जमीनी स्तर पर किए गए कार्यो को प्रदर्शित किया गया है।
    इस अवसर पर राज्यपाल ने लोकभवन सचिवालय के प्रयासांे की सराहना करते हुए कहा कि महत्वपूर्ण तिथियों और आयोजनों के संकलन के साथ-साथ यह कैलेंडर एक स्वस्थ, सुरक्षित और सशक्त हिमाचल प्रदेश के निर्माण के लिए हमारे सामूहिक संकल्प को प्रतिबिंबित कर रहा है।
    राज्यपाल के सचिव सी.पी. वर्मा और लोक भवन के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे। 

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  • नशीले पदार्थों के दुरुपयोग से निपटने में जन-जागरूकता निभाएगी अहम भूमिका: राज्यपाल
    यस ने सांस्कृतिक एवं सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम किया आयोजित 
     
    राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज यहां कहा कि नशीले पदार्थों के दुरुपयोग के विरुद्ध लड़ाई में जनभागीदारी और सतत जागरूकता नितांत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जागरूक और सतर्क नागरिक सरकार एवं कानून प्रवर्तन एजेंसियों के प्रयासों को प्रभावी रूप से मजबूत कर सकते हैं।
    राज्यपाल ने शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में यूथ एनलाइटनमेंट सोसायटी (यस) द्वारा आयोजित सांस्कृतिक एवं सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित किया।
    राज्यपाल ने कहा कि संस्कृति और सामाजिक चेतना समाज को उसकी जड़ों से जोड़ती है और सामूहिक प्रगति को सही दिशा प्रदान करती है। उन्होंने विशेष रूप से युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान में नशा एक वैश्विक समस्या का रूप ले चुका है। उन्होंने कहा कि नशा-मुक्त हिमाचल तभी संभव है जब युवा आगे आकर दृढ़ संकल्पित होकर इस सामाजिक बुराई के खिलाफ खड़ा हो।
    यूथ एनलाइटनमेंट सोसायटी के प्रयासों की सराहना करते हुए राज्यपाल ने कहा कि युवाओं की ऊर्जा का उपयोग सकारात्मक गतिविधियों में करने से उन्हें नशे से दूर रखा जा सकता है। यह राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक सशक्त कदम है। उन्होंने कहा, ‘सशक्त युवा वही है जो अनुशासन, सेवा और नशे से दूरी बनाए रखे।’ उन्होंने नागरिकों से स्वस्थ, नशा-मुक्त और सशक्त हिमाचल प्रदेश के लिए सामूहिक संकल्प लेने का आह्वान किया।
    इससे पूर्व यूथ एनलाइटनमेंट सोसायटी के राज्य अध्यक्ष मोहित ठाकुर ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा संस्था की गतिविधियों की जानकारी दी।
    इस अवसर पर नशे के दुष्प्रभावों को प्रदर्शित करती एक नुक्कड़ नाटिका भी प्रस्तुत की गई तथा अटल बिहारी वाजपेयी राजकीय महाविद्यालय, सुन्नी के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं।
    कार्यक्रम में जिला प्रशासन के अधिकारी, संस्था के प्रतिनिधि तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
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  • मेरा हिमाचल, चिट्टा मुक्त हिमाचलः मुख्यमंत्री
    चिट्टे के विरुद्ध बिलासपुर में उमड़ा जन सैलाब
    कोटला बड़ोग पुनर्वास केंद्र के लिए जारी किए 20 करोड़ रुपये: मुख्यमंत्री
     
     मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने प्रदेश में चिट्टे के खिलाफ व्यापक जन आंदोलन के तहत आज बिलासपुर में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (छात्र) से लुहणु मैदान तक आयोजित एंटी चिट्टा जागरूकता वॉकथॉन का नेतृत्व किया, जिसमें समाज के सभी वर्गों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। इसमें भारी संख्या में विद्यार्थी, जन प्रतिनिधि, अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। पूरा बिलासपुर शहर चिट्टा विरोधी नारों से गूंज उठा।
    मुख्यमंत्री ने वॉकथॉन आरम्भ होने से पहले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बिलासपुर में उपस्थित लोगों को चिट्टे और मादक पदार्थों के सेवन के खिलाफ जागरूकता शपथ भी दिलाई। 
    लुहणु मैदान में उपस्थित जनसैलाब को सम्बोधित करते हुए श्री सुक्खू ने समाज के प्रत्येक वर्ग से चिट्टे के खिलाफ जन-आन्दोलन का हिस्सा बनने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की चिट्टे के खिलाफ लड़ाई इसलिए है क्योंकि यह हमारे बच्चों और युवाओं के उज्ज्वल भविष्य में सबसे बड़ी बाधा है। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि समाज में बदलाव हमेशा युवाओं ने ही लाया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस बार भी युवा ही हमारे साथ मिलकर हिमाचल को चिट्टे से मुक्त करेंगे।
     श्री सुक्खू ने कहा कि चिट्टा कोई साधारण नशा नहीं है, बल्कि यह ऐसा जहर है, जो बच्चों की मुस्कान छीन लेता है और युवाओं के सपनों को जला देता है तथा परिवारों तथा समाज को तबाह कर रहा है। उन्होंने कहा कि इसी सोच के साथ 15 नवंबर को शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान से चिट्टे के खिलाफ जन-आंदोलन की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में एंटी चिट्टा  वालंटियर योजना आरम्भ करने जा रही है। इस योजना के तहत कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, एनसीसी, एनएसएस, युवा क्लबों और समाज के जागरूक युवाओं को एंटी-चिट्टा वॉलंटियर के रूप में जोड़ा जाएगा ताकि उन्हें इस लड़ाई के खिलाफ योद्धा बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि चिट्टा  तस्करों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है और नशे के शिकार व्यक्तियों के लिए पुनर्वास पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सिरमौर जिला के कोटला बड़ोग में बन रहे पुनर्वास केंद्र के लिए राज्य सरकार ने 20 करोड़ रुपए की धनराशि जारी कर दी है।
    उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की कार्रवाई सिर्फ भाषणों, नारों और वॉकथॉन तक सीमित नहीं है बल्कि ठोस इरादों और परिणामों के साथ इसे धरातल पर उतारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि 17 से 19 नवंबर को राज्यव्यापी नाका अभियान में 208 विशेष नाके, 27,982 वाहनों की गहन जांच, कई एनडीपीएस एक्ट के मामले दर्ज तथा 33 गिरफ्तारियां की गईं।  उन्होंने कहा कि 22 नवंबर को पूरे प्रदेश में समकालिक तलाशी और छापेमारी, 124 स्थानों पर कार्रवाई, 9 एनडीपीएस मामले और 9 आरोपी गिरफ्तार किए गए। उन्होंने कहा कि 25 दिसम्बर को शैक्षणिक संस्थानों के आसपास की दुकानों पर विशेष अभियान, 41 संस्थान, 598 दुकानें, 12 मामले दर्ज और 385 चालान किए गए।
    श्री सुक्खू ने कहा कि पीआईटी-एनडीपीएस एक्ट का उपयोग उन व्यक्तियों को रोकने के लिए किया जा रहा है जो लगातार चिट्टे तस्करी या अवैध ड्रग नेटवर्क से जुड़े रहते हैं, ताकि वे भविष्य में इस अवैध गतिविधि को जारी न रख सकें और समाज को नुकसान से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि 6 और 19 दिसंबर को पीआईटी और एनडीपीएस के तहत 19 कुख्यात चिट्टा तस्करों पर सख्त कार्रवाई करते हुए उनको हिरासत में लिया गया। उन्होंने कहा कि पीआईटी और एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत अभी तक 66 आपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई की जा चुकी है।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि 10 दिसंबर को पुलिस और औषधि विभाग ने पूरे प्रदेश में 33 बंद, निलंबित और लाइसेंसधारी दवा निर्माण इकाइयों का निरीक्षण किया। इसमें 4 इकाइयों में अनियमितताएं पाई गईं और नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। इस पहल का उद्देश्य नकली, बिना लाइसेंस वाली और मनो-संवेदी दवाओं के अवैध निर्माण और वितरण को रोकना है। उन्होंने कहा कि 12 दिसंबर को निर्जन और अर्ध-सार्वजनिक स्थानों पर राज्य-स्तरीय सर्च ऑपरेशन, 301 युवाओं की जांच और काउंसलिंग की गई।
    उन्होंने कहा कि 15 दिसंबर को चिट्टे से प्रभावित 234 पंचायतों में समकालिक बैठकों का आयोजन किया गया, जिनमें नशा तस्करी से संबंधित स्थानीय सूचनाओं की समीक्षा, समुदाय आधारित जागरूकता अभियानों की रूपरेखा तथा आगामी रोकथाम एवं प्रवर्तन रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा की गई। इन बैठकों का उद्देश्य पंचायत स्तर पर नशामुक्ति प्रयासों को सुदृढ़ करना और समुदायों को अभियान का सक्रिय भागीदार बनाना था। उन्होंने कहा कि 19 व 20 दिसंबर को चिन्हित मेडिकल दुकानों पर कार्रवाई, भारी मात्रा में नशीली दवाएं और 24 लाख रूपये नकद जब्त किए गए हैं। इसके अलावा सरकारी भूमि पर या चिट्टे के धंधे से कमायी गई चिट्टा तस्करों की अवैध संपत्तियों पर भी सख्त कार्रवाई की गई है। इस तरह के अतिक्रमण एवं अवैध भवन निर्माण के कुल 72 मामलों में से 14 में कार्रवाई पूर्ण हो चुकी है, शेष मामलों में राजस्व विभाग स्तर पर आगे की कार्रवाई प्रगति पर है।
    नगर नियोजन तथा तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी, पूर्व मंत्री राम लाल ठाकुर, पूर्व विधायक तिलक राज तथा बंबर ठाकुर, नशा निवारण बोर्ड के सह संयोजक संजय भारद्वाज, पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी, उपायुक्त राहुल कुमार,  पुलिस अधीक्षक संदीप धवल भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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