News Flash: समाचार फ़्लैश:
  • मुख्यमंत्री ने नई दिल्ली में आयोजित 43वें अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले का दौरा किया
  • प्रदेश के 6,800 युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क तैयारी करवाएगी क्रैक संस्थाः मुख्यमंत्री
  • हिमाचल पथ परिवहन निगम में भरे जाएंगे 189 पद
  • निर्माणाधीन कार्यों का नियमित रूप से निरीक्षण करें अधिकारीः डॉ. शांडिल
  • मुख्यमंत्री ने केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से की भेंट
  • उपायुक्तों को सप्ताह में दो दिन अनिवार्य रूप से कार्यालय में उपस्थित रहने के निर्देश
View Allसभी देखें
 Latest News
 नवीनतम समाचार
  • मुख्यमंत्री ने केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से की भेंट
    जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों की तर्ज पर विशेष औद्योगिक पैकेज की मांग
    पूंजीगत सब्सिडी की लंबित राशि जारी करने और परिवहन सब्सिडी योजना को फिर से शुरू करने का आग्रह किया
     
    मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने वीरवार देर सांय नई दिल्ली में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से भेंट की। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से हिमाचल प्रदेश को विशेष औद्योगिक पैकेज प्रदान करने का आग्रह किया। 
    उन्होंने कहा कि संतुलित क्षेत्रीय विकास सुनिश्चित करने के लिए यह समय की मांग है कि जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्यों की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश को विशेष औद्योगिक पैकेज प्रदान किया जाए। 
    उन्होंने हिमाचल जैसे पहाड़ी क्षेत्रों के लिए पहले की तरह परिवहन सब्सिडी योजना को फिर से शुरू करने का भी आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के कारण परिवहन की लागत काफी अधिक है।
    ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि इससे औद्योगिक उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा देने में काफी मदद मिलेगी। उन्होंने निर्यात प्रोत्साहन के लिए औद्योगिक अधोसंरचना विकास परियोजनाओं, गुणवत्ता परीक्षण प्रयोगशालाओं तथा प्रमाणन प्रयोगशालाओं के लिए उदार वित्तीय सहायता देने का भी आग्रह किया।
    मुख्यमंत्री ने औद्योगिक विकास योजना (आईडीएस) के तहत पूंजीगत सब्सिडी की लंबित राशि जारी करने तथा आईडीएस के तहत लंबित मामलों को शीघ्र स्वीकृति प्रदान करने का आग्रह किया।
    केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार की सभी मागों और मुद्दों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा तथा प्रदेश को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। 
    बैठक में तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार राम सुभग सिंह तथा राज्य के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थेे।
    .0.
    Read More
  • प्रदेश के 6,800 युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क तैयारी करवाएगी क्रैक संस्थाः मुख्यमंत्री
    हर विधानसभा क्षेत्र से 100 विद्यार्थियों का किया जाएगा चयन 
     
    मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज यहां कहा कि प्रदेश के 6,800 युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क तैयारी के लिए क्रैक अकादमी 34 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान करेगी। 
    उन्होंने कहा कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में इस संस्था के माध्यम से 100 विद्यार्थियों का चयन कर उन्हें छात्रवृत्ति प्रदान कर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार किया जाएगा। प्रदेश के छठी कक्षा से लेकर स्नातक स्तर तक के विद्यार्थियों को इस संस्था के माध्यम से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं सहित कौशल विकास पर भी जानकारी प्रदान की जाएगी।
    इससे पूर्व क्रैक अकादमी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नीरज कंसल ने ‘समावेशी शिक्षा की ओर यात्रा’ विषय पर विस्तृत प्रस्तुति दी। 
    इस अवसर पर शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, शिक्षा सचिव राकेश कंवर भी उपस्थित थे।
    .0.
     
    Read More
  • मुख्यमंत्री ने नई दिल्ली में आयोजित 43वें अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले का दौरा किया
    मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज नई दिल्ली में प्रगति मैदान में आयोजित 43वें अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले का दौरा किया। 14 नवम्बर से शुरू हुआ यह मेला 27 नवम्बर तक चलेगा।
    मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश राज्य हस्तशिल्प एवं हथकरघा निगम, विभिन्न स्वयं सहायता समूहों, हिम ईरा, एचपीएमसी द्वारा लगाए गए 16 स्टालों का अवलोकन किया जिनमें शहद और कृषि उत्पाद, शॉल, फल उत्पाद, हस्तशिल्प, ऊनी वस्त्र इत्यादि के स्टॉल शामिल हैं।
    मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजधानी में राज्य के उत्कृष्ट उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए उद्योग विभाग के प्रयासों की सराहना की।  
    उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि लगभग 2 लाख लोग हिमाचल पैवेलियन का दौरा कर चुके हैं और लगभग 40 लाख रुपये कीमत के उत्पादों की बिक्री दर्ज की जा चुकी है।
    निदेशक उद्योग यूनुस ने मेले के दौरान प्रदर्शित विभिन्न उत्पादों और गतिविधियों की जानकारी प्रदान की।
    मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार सुनील शर्मा, आवासीय आयुक्त मीरा मोहंती सहित राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
    .0.
    Read More
  • ग्रीन हिमाचल-समृद्ध हिमाचल का सपना होगा साकार, सरकार कर रही निरंतर प्रयासः मुख्यमंत्री
    मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल को 2027 तक आत्मनिर्भर तथा 2032 तक देश का सबसे समृद्धशाली राज्य बनाने की दिशा में कार्य कर रही है, जिसके लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आज यह बात प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन एवं कृषि पारिस्थितिकी संस्था द्वारा ग्रीन हिमाचल, समृद्ध हिमाचल विषय को लेकर दी गई प्रस्तुति के दौरान कही।
    उन्होंने कहा कि ग्रीन हिमाचल, समृद्ध हिमाचल के लक्ष्य को केन्द्रित करते हुए प्रदेश सरकार हिमाचल को ग्रीन राज्य के रूप में विकसित करने के दृष्टिगत यहां के प्राकृतिक संसाधनों का उचित दोहन करने की दिशा में कार्य कर रही है। 
    प्रदेश के युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने और लघु एवं सूक्ष्म उद्योग स्थापित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है ताकि युवा आत्मनिर्भर बनकर प्रदेश की आर्थिकी को सुदृढ़ करने में अपना योगदान दे सकें। 
    मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित किए जा रहे हैं। इसमें ड्रोन तकनीक आधारित सेवाएं महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। प्रदेश की भौगोलिक परिस्थिति को केन्द्रित करते हुए निर्माण, कृषि, चिकित्सा, आपदा के दौरान खाद्य वस्तुओं का वितरण इत्यादि सेवाएं ड्रोन तकनीक के तहत महत्त्वपूर्ण साबित हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि ड्रोन तकनीक के माध्यम से प्रदेश में लगभग 15 हजार युवाओं को रोजगार के अवसर सृजित किए जा रहे हैं। 
    युवाओं को ड्रोन तकनीक आधारित शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रदेश के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में अत्याधुनिक पाठ्यक्रम आरम्भ किए गए हैं जिनमें कृत्रिम मेधा जैसे विषय भी शामिल हैं। 
    ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि सोलर एनर्जी के माध्यम से भी प्रदेश में लगभग तीन हजार से अधिक युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित किए जा रहे हैं। प्रदेश में घरों की छतों पर लगभग 16 लाख सोलर रूफटॉप लगाए जाएंगे। सरकार के इस कदम से प्रदेश को हरित राज्य बनाने का सपना साकार करने में सहायता मिलेगी और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक पर्यटन राज्य भी है तथा प्रदेश की जीडीपी में पर्यटन क्ष्ेत्र का लगभग सात प्रतिशतयोगदान है। वर्ष 2023 में प्रदेश में लगभग 1.6 करोड़ पर्यटक पहुंचे। पर्यटन के माध्यम से प्रदेश के लगभग तीन लाख लोगों को रोजगार के अवसर  प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में ई-व्हीकल्स को प्राथमिकता दी जा रही है। प्रदेश में 680 करोड़ रुपये की राजीव गांधी स्टार्ट-अप योजना शुरू की गई है। इसके अंतर्गत ई-टैक्सी खरीदने और निजी भूमि पर सोलर पैनल लगाने के लिए 50 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। 
    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक खेती के माध्यम से उगाई जाने वाली मक्की की खरीद के लिए राज्य सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य 30 रुपये निर्धारित किया गया है। प्रदेश में प्राकृतिक खेती के साथ-साथ बागवानी के क्षेत्र में भी रोजगार व स्वरोजगार की अपार संभावनाएं हैं। इसके दृष्टिगत सरकार एचपी शिवा परियोजना के माध्यम से आने वाले समय में एवोकेडो और ड्रेगन फल की भी खेती करने की संभावनाएं तलाश रही है।
    इससे पूर्व प्राकृतिक संसाधन प्रबन्धन एवं कृषि पारिस्थिकी संस्था के निदेशक राजीव अहल ने ग्रीन हिमाचल-समृद्ध हिमाचल विषय को लेकर विस्तृत प्रस्तुति दी। 
    इस अवसर पर कृषि मंत्री चन्द्र कुमार, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी, विधायक संजय अवस्थी, केवल सिंह पठानिया, सुरेश कुमार, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना सहित अन्य विभागों के सचिव उपस्थित थे।
    .0.
    Read More
  • बिलासपुर में होने वाले समारोह के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ की बैठक
    समारोह में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को भी किया जाएगा आमंत्रित
    सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को भी आमंत्रित किया जाएगा
     
    मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सोमवार देर सांय अधिकारियों के साथ राज्य सरकार का दो वर्ष का कार्यकाल 11 दिसंबर, 2024 को पूर्ण होने के अवसर पर बिलासपुर में आयोजित किए जाने वाले समारोह की तैयारियों के संबंध में बैठक की। 
    उन्होंने कार्यक्रम की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा की और कहा कि समारोह के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित किया जाएगा। कार्यक्रम में सभी मंत्रीगण, कांग्रेस विधायक, विभिन्न बोर्डों और निगमों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित विधानसभा चुनाव लड़ने वाले नेता और कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी शामिल होंगे। बिलासपुर में रैली का समय सुबह 10ः30 बजे तय किया गया है। कार्यक्रम में राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को भी आमंत्रित किया जाएगा। 
    मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यक्रम की सफलता के लिए अधिकारी अभी से दृढ़ता से कार्य करें ताकि इसे सुव्यवस्थित तरीके से आयोजित किया जा सके। उन्होंने बिलासपुर में कार्यक्रम के दौरान यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के भी निर्देश दिए ताकि लागों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। 
    मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन कार्यक्रम के लिए पर्याप्त पार्किंग का प्रबंध करे और साफ-सफाई के साथ-साथ शौचालयों की समुचित व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। कार्यक्रम के माध्यम से राज्य सरकार अपने दो वर्ष के कार्यकाल की उपलब्धियां प्रदेश की जनता के समक्ष प्रस्तुत करेगी और व्यवस्था परिवर्तन से लोगों के जीवन में आए सकारात्मक बदलाव को रेखांकित किया जाएगा। 
    उन्होंने कहा कि सभी विभागों में वर्तमान राज्य सरकार ने कई सुधारात्मक कदम उठाए हैं, जिनका लोगों को लाभ मिल रहा है। राज्य सरकार ने विभागों को डिजिटाइज करने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। 
    उन्होंने सूचना एवं जन संपर्क विभाग को सरकार की दो वर्ष की उपलब्धियों पर एक वृत्तचित्र तैयार करने के निर्देश दिए। 
    बैठक में मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा व कमलेश कुमार पंत, पुलिस महानिदेशक डॉ. अतुल वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर, प्रशासनिक सचिव और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
    .0.
     
    Read More
  • कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र को मुख्यमंत्री ने दी 43.37 करोड़ की सौगात
    सरकार के कड़े फैसलों का 70 प्रतिशत आबादी पर प्रभाव नहींः मुख्यमंत्री
     
    मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज शिमला जिला के कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र को 43.37 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं की सौगात दीं। उन्होंने विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत चलौंठी में 20.26 करोड़ रुपये की लागत से बने जिला परिषद भवन का लोकार्पण किया और इसका निरीक्षण किया। इसके उपरांत उन्होंने 21.36 करोड़ रुपये लागत से निर्मित राजकीय महाविद्यालय कोटी के नए भवन तथा 1.75 करोड़ रुपये से बने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोटी के नवनिर्मित साइंस ब्लॉक का लोकार्पण भी किया।
    उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोटी में 10 बिस्तरों और पर्याप्त स्टाफ का प्रावधान करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कोटी में एक एंबुलेंस का प्रावधान किया जाएगा ताकि आपात स्थिति में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकंे। उन्होंने कोटी में पुलिस चौकी खोलने के साथ-साथ कोटी-पदेची सड़क व कोटी से मुंडाधार सड़कों को 50-50 लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने शिमला से पीरन वाया कुफरी बस सेवा आरम्भ करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सतलाई में नया पटवार वृत खोलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कोटी को प्रदेश का पहला कॉलेज बनाएगी, जहां बीएड की कक्षाएं अगले शैक्षणिक सत्र से आरम्भ कर दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार प्रदेश के अन्य कॉलेजों में बीएड और आईटीआई शुरू करने पर विचार कर रही है। 
    उन्होंने कहा कि पिछली सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रदेश में शिक्षा का स्तर गिरा है लेकिन वर्तमान सरकार सुधार कर रही है और प्रदेश में 800 इंस्टीट्यूशन ऑफ एक्सीलेंस बनाए जा रहे हैं। इसके साथ ही प्रदेश में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोले जा रहे हैं। राज्य सरकार शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी व्यापक सुधार कर रही है और आईजीएमसी शिमला में मरीजों के लिए सुविधाओं को मजबूत किया जा रहा है।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के विरुद्ध सोशल मीडिया पर टॉयलेट टैक्स और समोसा पॉलिटिक्स के नाम पर दुष्प्रचार का अभियान छेड़ा गया। आज विपक्ष उनपर व्यक्तिगत हमले भी कर रहा है लेकिन वह इससे डरने वाले नहीं हैं। विशेष रुप से जब से कांग्रेस की विधानसभा में दोबारा 40 सीटें हुई हैं, तब से भाजपा नेता बौखलाए हुए हैं। सत्ता में बने रहने के लिए हम गलत निर्णय नहीं ले सकते। वर्तमान राज्य सरकार कड़े फैसले ले रही है, जिनके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रदेश की 70 प्रतिशत आबादी पर इन कड़े फैसलों का कोई असर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि देशभर में हमारी गारंटियों की बात होती है, लेकिन पिछली भाजपा सरकार ने गरीब व्यक्ति का हक साधन सम्पन्न को दे दिया और मुफ्त की रेवड़ियां बांट दीं, इसकी चर्चा कहीं नहीं होती है। जब कांग्रेस की सरकार बनी तो प्रदेश का खजाना खाली था और चुनाव से छह माह पहले 900 से ज्यादा संस्थान खोल दिए गए। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा आवश्यकतानुसार जनता की मांग पर नए स्कूल खोले जाएंगें। 
    मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने मनरेगा मजदूरों की दिहाड़ी में उल्लेखनीय 60 रुपये की वृद्धि की है जिससे अब दिहाड़ी 240 से बढ़कर 300 रुपये हो गई है। वर्तमान राज्य सरकार ने पहली ही कैबिनेट बैठक में 1.36 लाख कर्मचारियों की ओपीएस की मांग को पूरा किया। गाय के दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य को 45 रुपये तथा भैंस के दूध के न्यूनतम समर्थन मूल्य को 55 रुपये किया है। इसके अतिरिक्त प्रदेश सरकार प्राकृतिक खेती से उगाए गए गेहूं को 40 रुपये तथा मक्की को 30 रुपये प्रति किलो की दर से खरीद रही है।
    श्री सुक्खू ने कहा कि हमने यह सब काम चुनावी लाभ के लिए नहीं किए, बल्कि इसलिए किए ताकि गांव में रहने वाला व्यक्ति अच्छा जीवन जी सकें। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर जी ने मुख्यमंत्री रहते हुए यह बातें नहीं सोची, लेकिन वर्तमान सरकार प्रदेश के लोगों की समृद्धि के लिए काम कर रही है। हिमाचल को सशक्त बनाने के लिए गांव के लोगों को सशक्त करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सरकारी कर्मचारियों के कल्याण के लिए भी काम कर रही है। मुझे मुख्यमंत्री के रूप में जनसेवा का दायित्व मिला तो सिर्फ इस सोच के साथ हमने काम करना शुरू किया कि गरीबों को प्रदेश के संसाधनों का लाभ मिले।
    उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले दो वर्षों में इसी सोच को धरातल पर उतारने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि 6000 अनाथ बच्चों को मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के तहत ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ के रुप में अपनाया गया है। विधवाओं के 27 वर्ष की आयु तक के 23 हजार बच्चों की शिक्षा का खर्च उठाने के लिए राज्य सरकार ने बजट में प्रावधान किया है। विधवाओं को घर बनाने के लिए तीन लाख रुपये की आर्थिक सहायता के साथ-साथ एक लाख रुपये रसोई और शौचालय बनाने के लिए एक लाख रुपये की अतिरिक्त सहायता दी जाएगी। इसके अलावा कोई भी बच्चा पैसों की कमी के कारण शिक्षा से वंचित न रहे, यह सुनिश्चित करने के लिए उनकी शिक्षा के लिए एक प्रतिशत की दर से 20 लाख रुपये तक ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना का दायरा अब विदेश में पढ़ाई करने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए भी बढ़ाया गया है।
    ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने मुख्यमंत्री का इन सभी परियोजनाओं के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह के आशीर्वाद से आज कसुम्पटी विधानसभा क्षेत्र में विकास की अनेक परियोजनाओं पर काम चल रहा है और मुख्यमंत्री ने बीते दो वर्षों में इस क्षेत्र में सड़कों के निर्माण के लिए 40 करोड़ रुपये स्वीकृति प्रदान की है, जबकि पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में क्षेत्र के विकास को लटकाया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग में खाली पदों को प्राथमिकता के आधार पर भरा जा रहा है। 
    इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केहर सिंह खाची, एपीएमसी शिमला के अध्यक्ष देवानंद वर्मा, जिला परिषद शिमला अध्यक्ष चन्द्रप्रभा नेगी, पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि, सचिव राजेश शर्मा, निदेशक ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग राघव शर्मा, उपायुक्त अनुपम कश्यप सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। 
    .0.
     
    Read More
Latest Video FootageView Allनवीनतम वीडियो फुटेजसभी देखें
Departments Productions View All विभाग प्रोडक्शंससभी देखें
Latest News PhotographsView Allनवीनतम समाचार फोटोसभी देखें
# At Snap with CMView Allसीएम के साथ आपका फोटोसभी देखें
Digital Photo LibraryView All डिजिटल फोटो गैलरीसभी देखें
You Are Visitor No.हमारी वेबसाइट में कुल आगंतुकों 11788467

Nodal Officer: UC Kaundal, Dy. Director (Tech), +919816638550, uttamkaundal@gmail.com

Copyright ©Department of Information & Public Relations, Himachal Pradesh.
Best Viewed In Mozilla Firefox