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25th September 2016

राज्य सरकार के खेल स्पर्धाओं को बढ़ावा देने के प्रयास

 
खेल पुरस्कारों की राशि में सम्मानजनक बढ़ौतरी
 प्रदेश सरकार राज्य में युवा सेवाओं एवं खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए कृतसंकल्प है ताकि युवाओं की ऊर्जा का राष्ट्र-निर्माण तथा सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन की दिशा में सकारात्मक सदुपयोग किया जा सके। सरकार द्वारा युवा खेलों व उनकी सेवाओं को सही दिशा देने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। 
खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा इस वर्ष प्रदेश में बहुद्देशीय अन्तरंग खेल परिसरों, खेल मैदानों व अन्य ढांचागत सुविधाओं के निर्माण के लिए 15 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं तथा राज्य युवा बोर्ड को एक करोड़ रुपये की सहायता प्रदान की गई है। प्रदेश की कुल जनसंख्या का 40 प्रतिशत युवा हैं, जिन्हें आत्म-अभिव्यक्ति और आत्म-विकास के लिए समुचित अवसरों की दरकार है। प्रदेश में युवा गतिविधियों को बल देने के लिए युवा क्लबों के वार्षिक अनुदान को 10,000 से बढ़ाकर 20,000 रुपये किया गया है। राज्य में युवा सेवाओं के सशक्तिकरण के लिए नोडल युवा क्लबों का सुदृढ़ीकरण किया गया है।
प्रदेश सरकार के प्रयासों के चलते प्रदेश में युवा गतिविधियों एवं खेलों को बढ़ावा देने के लिए इस वर्ष प्रदेश के विभिन्न खेल संघों को मिलने वाली अनुदान राशि में समुचित बढ़ौतरी की गई है। राज्य स्तर के खेल संघों को वर्ग-ए में मिलने वाली एक लाख रुपये की अनुदान राशि को बढ़ाकर 1.25 लाख रुपये, वर्ग-बी में 75,000 रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपये तथा वर्ग-सी में 50,000 रुपये से बढ़ाकर 75,000 रुपये किया गया है। इसी प्रकार से जिला खेल संघों को वर्ग-ए में 10,000 से 15,000 रुपये, वर्ग-बी में 8,000 से 12,000 रुपये तथा वर्ग-सी में 5,000 से 8,000 रुपये की बढ़ौतरी अनुदान राशि में की गई है। 
इसी प्रकार से इस वर्ष बी-वर्ग में किसी भी वरिष्ठ राष्ट्रीय स्तर पर व्यक्तिगत स्पर्धा में प्रथम नकद पुरस्कार की राशि को 80,000 से बढ़ाकर 1.50 लाख रुपये, द्वितीय को 40,000 से बढ़ाकर 75,000 रुपये व तृतीय को 24,000 से बढ़ाकर 50,000 रुपये जबकि इसी के तहत टीम स्पर्धा में प्रथम नकद पुरस्कार की राशि को 16,000 से बढ़ाकर 50,000 रुपये प्रति खिलाड़ी, द्वितीय को 8,000 से बढ़ाकर 25,000 रुपये प्रति खिलाड़ी किया गया है। इस स्पर्धा के तहत पहले तृतीय स्थान पर रहने वाली टीम को कोई नकद पुरस्कार नहीं दिया जाता था जबकि सरकार द्वारा इस वर्ष तृतीय स्थान पर रहने वाली टीम के प्रत्येक सदस्य को 15,000 नकद पुरस्कार देने का निर्णय लिया गया है।  
प्रदेश के खिलाड़ियों को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेने के लिए  प्रोत्साहित करने के लिए सरकार द्वारा ऑलोंपिक खेलों में व्यक्तिगत या टीम स्पर्धा में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान हासिल करने पर क्रमशः 2 करोड़, एक करोड़ व 50 लाख रुपये जबकि कॉमनवैल्थ व एशियन खेलों में व्यक्तिगत या टीम स्पर्धा में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान हासिल करने पर क्रमशः 20 लाख, 10 लाख व 6 लाख रुपये के नकद पुरस्कारों का प्रावधान किया गया है।
इस के अतिरिक्त प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न खेल स्पर्धाओं में खिलाड़ियों को उत्कृष्ठ प्रदर्शन हेतु प्रोत्साहित करने के लिए इस वर्ष किसी भी अखिल भारतीय इंटर-विश्वविद्यालय की व्यक्तिगत व टीम स्पर्धा, किसी भी राष्ट्रीय स्कूल खेल की यक्तिगत व टीम स्पर्धा, किसी भी कनिष्ठ व उप-कनिष्ठ की राष्ट्रीय व्यक्तिगत व टीम स्पर्धा तथा विभागीय राष्ट्रीय व्यक्तिगत व टीम स्पर्धा में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान हासिल करने वाले खिलाड़ियों व टीमों को मिलने वाले नकद पुरस्कारों में समुचित वृद्धि की गई है। 
सरकार द्वारा किसी भी व्यक्तिगत स्पर्धा में नया अन्तर्राष्ट्रीय रिकार्ड स्थापित करने वाले खिलाड़ियों को मिलने वाले 8 लाख के नकद पुरस्कार को बढ़ाकर इस वर्ष 10 लाख रुपये जबकि कॉमनवैल्थ व एशियन खेलों में किसी भी व्यक्तिगत स्पर्धा में नया रिकार्ड्र स्थापित करने वाले खिलाड़ियों को मिलने वाले 6 लाख के नकद पुरस्कार को भी बढ़ाकर 10 लाख किया गया है। इसी प्रकार से किसी भी व्यक्तिगत स्पर्धा में नया राष्ट्रीय रिकार्ड स्थापित करने वाले खिलाड़ियों को मिलने वाले 2 लाख के नकद पुरस्कार को बढ़ाकर 5 लाख रुपये जबकि अन्तर्राष्ट्रीय किसी भी खेल स्पर्धा में भारतीय टीम के सदस्य के रुप में सम्मिलित होने के लिए मिलने वाली 80,000 रुपये की राशि को बढ़ाकर इस वर्ष एक लाख रुपये किया गया है। गत तीन वर्षों में विभिन्न खेलों में उम्दा प्रदर्शन करने के लिए प्रदेश के 223 खिलाड़ियों को 1.9 करोड़ रुपये की राशि नकद पुरस्कारों के रुप में प्रदान की गई है।
प्रदेश सरकार द्वारा खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिए इस वर्ष राज्य परशुराम पुरस्कार की राशि को एक लाख से बढ़ाकर 2 लाख रुपये किया गया है। इस पुरस्कार के तहत  अभी तक मण्डी की सुमन रावत मैहता को एथेलैटिक्स, शिमला के चमन सिंह धौटा को वालीबाल, शिमला के ही वरिन्द्र शर्मा को बॉक्सिंग, काजा के सकालजंग दोरजे को तीरअंदाजी, बिलासपुर की कमलेश कुमारी को एथेलैटिक्स, कुल्लू की उमा कुमारी को स्कींइग, शिमला के भक्त सिंह ठाकुर को बॉक्सिंग, चम्बा के राजीव नायर को क्रिकेट, चन्द्रेश्वर शर्मा को बॉक्सिंग, कुल्लू के चुनी लाल को स्कींइग, मण्डी के शिव चौधरी को बॉक्सिंग, शिमला के अमन सैणी को बॉक्सिंग, हमीरपुर की नूतन कुमारी को जूड्डो, हमीरपुर की ही पुष्पा ठाकुर को एथेलैटिक्स, कुल्लू की संजो देवी को एथेलैटिक्स, सिरमौर की प्रियंका नेगी को कब्बडी, कांगड़ा की सोनिया राय को शूटिंग, मण्डी के जौनी चौधरी को कुश्ती, मण्डी के ही संजय कुमार यादव को बुशु, कुल्लू की भूवनेश्वरी को विंटर गेम्ज, शिमला की रानू देवी को कब्बडी तथा बिलासपुर की पूजा ठाकुर को कब्बडी सहित अब तक प्रदेश के कुल 22 होनहार खिलाड़ियों को राज्य परशुराम पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।
खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के लिए प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी नौकरी के लिए 3 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है जिसके चलते अभी तक प्रदेश के 378 श्रेष्ठ खिलाड़ियों को विभिन्न विभागों में नौकरी दी जा चुकी है।
 

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