राज्य सरकार ने प्रदेश में आपातकालीन मामले में सभी नागरिकों को तुरन्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य तथा लोगों की जान बचाने के मिशन को आगे बढ़ाने के लिए 108 बाईक एम्बूलेंस सेवा (प्रथम प्रतिक्रिया बाईक) को 2 अपै्रल, 2018 को आरम्भ किया। इस सेवा के माध्यम से 22 अपै्रल, 2018 तक शिमला शहर में 100 चिकित्सा-आपात मामलों में सफलतापूर्वक सेवाएं प्रदान की गई और यह सेवा निरन्तर उपलब्ध है।
शिमला के रिज पर स्थित बेस से संचालित 108 प्रथम प्रतिक्रिया बाईक एम्बूलेंस सेवा में 2 बाईक शामिल हैं। इस सेवा के माध्यम से 20 दिनों के अल्पकाल में प्रतिदिन पांच चिकित्सा आपात मामलों में सेवाएं प्रदान करते हुए यह कीर्तिमान हासिल किया गया है।
सेवा के दौरान अधिकतम 24 प्रतिशत मामलें पेट दर्द, 14 प्रतिशत मामलें गैर-वाहन ट्रॉमा तथा नौ प्रतिशत मामले ह्रदयघात एवं बेहोश होने के पाए गए।
ये बाईक एम्बूलेंस दवाईयों, चिकित्सा उपकरण तथा ऑक्सिजन की सुविधा सहित प्राथमिक पूर्व अस्पताल देखभाल सुविधाओं से सुसज्जित है। इस सेवा का मुख्य उद्देश्य चौपहिया एम्बूलेंस सेवा के अन्तर्गत कठिन स्थानों में आपात की स्थिति में मरीजों को दो पहिया वाहनों से आपात चिकित्सा व पूर्व अस्पताल देखभाल सेवा प्रदान करना है।
बाईक एम्बूलेंस में तैनात स्टाफ, मरीज को प्राथमिक उपचार तथा स्थिरता प्रदान करते हैं। इस सेवा के माध्यम से आपात स्थितियों में से 68 प्रतिशत मामलों में मरीजों को मौके पर पूर्व अस्पताल देखभाल प्रदान की गई तथा इसके उपरान्त मरीज को अस्पताल में ले जाने की आवश्यकता नहीं पाई गई। मात्र 32 प्रतिशत मरीजों को चौपहिया एम्बूलेंस के माध्यम से पूर्व अस्पताल देखभाल प्रदान करते हुए ईलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में ले जाया गया।
बाईक एम्बूलेंस अन्य राज्यों में संचालित बाईक एम्बूलेंस की तर्ज पर व्यस्त पर्यटन समय तथा टै्रफ्कि जाम के दौरान चिकित्सा-आपात स्थिति में प्रतिक्रिया समय कटौती करने में सहायक सिद्ध हो रही है। बाईक एम्बूलेंस का एक सुनियोजित नेटवर्क सृजित किया गया है। शिमला शहर में नौ स्थानों को बाईक एम्बूलेंस के लिए चिन्हित किया गया है। इस सेवा से प्रतिक्रिया समय में 33 प्रतिशत की कटौती करने से आपात-चिकित्सा स्थिति में मृत्यु एवं बीमारी को कम करने में सहायता मिलेगी।
बाईक एम्बूलेंस सेवा 108 राष्ट्रीय एम्बूलेंस सेवा की प्रतिपूर्ति करते हुए दुगर्म स्थानों से मरीजों को मुख्य एम्बूलेंस तक पहुंचाने की सेवा प्रदान कर रही है ताकि बहुमूल्य जीवन को बचाया जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया है कि प्रदेश में लोगों की सहायता के लिए 108 राष्ट्रीय एम्बूलेंस सेवा के अन्तर्गत 198 एम्बूलेंस का एक बड़ा नेटवर्क संचालित है। इस सेवा के आरम्भ होने के उपरान्त 10.50 लाख से अधिक कॉल रिकॉर्ड किए गए तथा लगभग सभी मामलों में राहत प्रदान की गई। यह सेवा नाजुक परिस्थितियां विशेषकर गर्भवती महिलाओं के प्रसव मामलों में जीवन रक्षक सिद्ध हुई है।
मंत्री ने कहा कि प्रदेश की कठिन भौगोलिक दृष्टि को देखते हुए चिकित्सा-आपात स्थिति में लोगों को शीघ्र सेवा प्रदान करने के लिए बाईक एम्बूलेंस सेवा आरम्भ की गई। हिमाचल प्रदेश यह सेवा आरम्भ करने वाला उत्तर भारत का प्रथम राज्य है। यह सेवा किसी भी व्यक्ति द्वारा 108 पर सम्पर्क कर उपलब्ध की जा सकती है। यह सेवा चौपहिया एम्बूलेंस सेवा के लिए कठिन स्थानों पर सहायता प्रदान करने के लिए सक्षम है।
बाईक तथा मुख्य एम्बूलेंस सेवा संयुक्त रूप से प्रदेश में चिकित्सा आपात स्थितियों में लोगों की समय रहते सहायता करने में सहायक सिद्ध हो रही है।
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