भारी बारिश और कड़ाके की ठंड के बावजूद कुल्लू जिला में 68वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया। ढालपुर मैदान में आयोजित जिला स्तरीय समारोह में आयुर्वेद एवं सहकारिता मंत्री कर्ण सिंह ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया तथा परेड की सलामी ली। इस परेड में हिमाचल प्रदेश पुलिस के अलावा भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, सशस्त्र सीमा बल, होमगार्ड, एनसीसी, एनएसएस, स्काउट एंड गाइड्स और रोवर्स एंड रेंजर्स की टुकड़ियों ने बारिश के बावजूद पूरे जोश के साथ मार्चपास्ट किया।
इस अवसर पर समस्त जिलावासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए आयुर्वेद एवं सहकारिता मंत्री कर्ण सिंह ने कहा कि हमारे देश ने एक गणराज्य के रूप में 67 वर्ष पूरे किए हैं और इस लंबे सफर के दौरान देश ने विकास के कई बड़े मुकाम हासिल किए हैं। विकास व खुशहाली के इस सफर में हिमाचल प्रदेश जैसा छोटा सा राज्य हमेशा ही अग्रणी प्रदेशों में शामिल रहा है।
कर्ण सिंह ने कहा कि पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने एक मजबूत नींव रखी थी और उस नींव पर आज भारत एक बुलंद राष्ट्र के रूप में आकार ले रहा है। इसी प्रकार डा. यशवंत सिंह परमार ने हिमाचल प्रदेश के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बाद यहां विकास का सफर शुरू किया।
कुल्लू जिला के विकास की चर्चा करते हुए कर्ण सिंह ने बताया कि जिले के प्रवेश द्वार बजौरा में जल्द ही आयुर्वेद कालेज व 50 बिस्तरों के अस्पताल तथा हर्बल गार्डन की स्थापना की जाएगी। जिला आयुर्वेदिक अस्पताल में पंचकर्मा और क्षार सूत्र चिकित्सा पद्धति शुरू की गई है। जिला के अन्य आयुर्वेदिक अस्पतालों में भी पंचकर्मा की व्यवस्था की जाएगी। इस वित वर्ष में जिला में 4 नए आयुर्वेदिक औषधालय खोले गए हैं। उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू को 300 बिस्तरों के अस्पताल का दर्जा दिया गया है। यहां ट्राॅमा सेंटर, डायलिसिस मशीन और आंखों की सर्जरी की अत्याधुनिक मशीन स्थापित की गई है।
कर्ण सिंह ने कहा कि कुल्लू जिला में इस वित वर्ष में पेयजल, सिंचाई, सीवरेज योजनाओं के निर्माण व सुदृढ़ीकरण और बाढ़ नियंत्रण कार्यों के लिए कुल 53 करोड़ 62 लाख का बजट आवंटित किया है। चार वर्षों के दौरान कुल्लू, मनाली और बंजार में सड़कों, पुलों व सरकारी भवनों के निर्माण के लिए करीब 115 करोड़ की धनराशि का प्रावधान किया गया। कुल्लू जिला में इस वित वर्ष में अभी तक मनरेगा के तहत करीब 34 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। कर्ण सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत हर खेत तक पानी पहुंचाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने जिला के लिए 983 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट तैयार किया है।
उन्होंने कहा कि लारजी झील में बोटिंग, वाटर स्पोट्र्स और मछली पालन को बढ़ावा दिया जाएगा। जिले के अनछुए सुंदर स्थलों जैसे- शांघड़, देउरी, तीर्थन घाटी, जीभी, सौझा, जलोड़ी दर्रे, सरयोलसर झील, टकरासी और बागा सराहन आदि को भी पर्यटन मानचित्र पर लाया जाएगा।
जिला स्तरीय समारोह में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, विभिन्न शिक्षण संस्थानों और संस्थाओं के कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
आयुर्वेद मंत्री ने सराहनीय सेवाएं प्रदान करने वाले पुलिस कर्मचारियों, विभिन्न गतिविधियों में शानदार उपलब्धियां हासिल करने वाले विद्यार्थियों, युवाओं और खिलाड़ियों को पुरस्कृत भी किया। जिला के सर्वश्रेष्ठ युवक मंडल को भी नेहरू युवा केंद्र की ओर से सम्मानित किया गया। पूर्ण राज्यत्व दिवस पर प्रदर्शनी व झांकियां प्रस्तुत करने वाले विभागों को भी पुरस्कृत किया गया।
इस मौके पर उपायुक्त यूनुस, एसपी पदम चंद, जिला परिषद अध्यक्ष रोहिणी चैधरी, हिमबुनकर के अध्यक्ष टैहल सिंह राणा, नगर परिषद उपाध्यक्ष गोपाल कृष्ण महंत, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता भुवनेश्वर गौड़ और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।