आयुर्वेद एवं सहकारिता मंत्री कर्ण सिंह ने बुधवार को न्यूल में लगभग एक करोड़ 46 लाख की लागत से बनी पेयजल योजना विधिवत लोकार्पण किया। इस योजना से डिब्बरनाल, शोघी, छवारा, सुजैहनी, तरिंगड़ व अन्य बस्तियों की दो हजार से अधिक जनसंख्या लाभान्वित होगी।
इसके बाद हाई स्कूल न्यूल के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए कर्ण सिंह ने कहा कि इस स्कूल के भवन निर्माण पर 48 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। यह कार्य जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। गांव छुआरा को भी सड़क से जोड़ने के लिए डीपीआर तैयार कर ली गई है। शीघ्र ही इसके लिए बजट का प्रावधान कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि आयुर्वेदिक औषधालयों व अस्पतालों में आयुर्वेद डाक्टरों व फार्मासिस्टों के पदों को भरने की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई हैै। इससे दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों को घर के पास ही चिकित्सा सुविधा मिलेगी।
आयुर्वेद मंत्री ने शिक्षकों से बच्चों की आधुनिक शिक्षा पर विशेष जोर देने की अपील की, ताकि वे प्रतिस्पर्धा के इस युग में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। इस अवसर पर कर्ण सिंह ने सामुदायिक भवन शोघी के लिए ढाई लाख रुपये, महिला मंडल रोपडू एक लाख और कालीजां महिला मंडल के लिए भी 1.60 लाख रुपये देने की घोषणा की।
समारोह के दौरान मुख्यध्यापिका शशि ठाकुर ने वार्षिक रिपोर्ट पेश की। पंचायत प्रधान सूरजमणि ने क्षेत्र की विभिन्न मांगें आयुर्वेद मंत्री के समक्ष रखीं।
इस मौके पर हिमबुनकर के अध्यक्ष टैहल सिंह राणा, आईपीएच विभाग के एसई देवेश भारद्वाज, एक्सईएन केआर कुल्लवी, डीएफओ हीरा लाल राणा, मंडी संसदीय क्षेत्र युकां अध्यक्ष आदित्य विक्रम सिंह, बीडीसी सदस्य वेद राम ठाकुर, पूर्व जिला परिषद सदस्य बुद्धि सिंह, एसएमसी अध्यक्ष तारा चंद और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।