शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र के लिए तैयार करें रोड मैप- राज्यपाल
नवाचार व टेक्नोलॉजी के समावेश से कृषि समेत अन्य ग्रामीण आर्थिकी से जुड़े क्षेत्रों का हो विकास
केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का हर गरीब तक पहुंचे पूरा लाभ
नव निर्वाचित जनप्रतिनिधि सेवा भाव से निभाएं अपना दायित्व
चंबा अपनी नैसर्गिक सुंदरता, पुरातन लोक कला व शिल्प के मायने में लाजवाब
चंबा, 8 फरवरी- राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि विशेष तौर से शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार की दिशा में नए कदम उठाने के लिए एक रोड मैप तैयार किया जाए ताकि इन तीनों महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अपेक्षित परिणाम मिलें और चंबा जिला आने वाले समय में समग्र विकास के दृष्टिगत आदर्श बन सके। राज्यपाल ने ये बात आज भूरी सिंह संग्रहालय के सभागार में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए अपने संबोधन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि जब वे चंबा जिला के दौरे पर दोबारा आएंगे तो इसकी समीक्षा भी करेंगे।
राज्यपाल ने कहा कि ग्रामीण आर्थिकी से सीधे जुड़े कृषि और अन्य क्षेत्रों में भी विभाग नवाचार और टेक्नोलॉजी के समावेश के साथ कार्य करें ताकि व्यावहारिक तौर पर बदलाव नजर आए और लोगों का उत्थान आर्थिक स्वावलंबन के माध्यम से सुनिश्चित हो सके। विकास और जनकल्याण के लक्ष्य पर आधारित केंद्र और राज्य सरकार की अनेक योजनाएं और स्कीमें कार्यान्वित की जा रही हैं। इनका लाभ हर गरीब व्यक्ति तक पहुंचाने की जिम्मेदारी विभागीय अधिकारियों पर है जो इनके सफल कार्यान्वयन में सबसे अहम कड़ी होते हैं।
राज्यपाल ने कोविड-19 महामारी के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अलावा अन्य विभिन्न विभागों द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि लोग एहतियात को अब भी अपनी रोजमर्रा की आदत में शामिल रखें। राज्यपाल ने जनजातीय व दुर्गम क्षेत्रों के लिए टेलीमेडिसिन सुविधा पर और ज्यादा फोकस करने के लिए भी कहा।
इससे पूर्व राज्यपाल ने शहरी निकाय और पंचायती राज के नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ भी संवाद किया। उन्होंने कहा कि सभी जनप्रतिनिधि सेवा भाव के साथ अपने दायित्व का निर्वहन करें और उन्हें निर्वाचित होने के बाद जो अधिकार प्राप्त होते हैं उनका पिछड़े क्षेत्र के विकास और गरीबों के कल्याण के लिए प्रयोग किया जाना चाहिए। चंबा जिला इस दृष्टि से और भी महत्वपूर्ण है। बैठक से पूर्व उपायुक्त डीसी राणा ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए जिला के विभिन्न पहलुओं की जानकारी साझा की।
राज्यपाल ने भूरी सिंह संग्रहालय और भूरी सिंह पावर हाउस का अवलोकन भी किया। उन्होंने कहा कि शताब्दियों पुराने इतिहास, कला व संस्कृति को जिस तरह से इस संग्रहालय में सहेजा गया है वह प्रशंसनीय है। संग्रहालय में उन्होंने विभिन्न शिल्पकारों द्वारा तैयार किए गए पारंपरिक उत्पादों को भी निहारा। राज्यपाल बाद अब ऐतिहासिक चौगान मैदान में भी पहुंचे जहां उपायुक्त ने उन्हें इसके महत्व से रूबरू करवाया। उन्होंने कहा कि चंबा अपनी नैसर्गिक सुंदरता, पुरातन लोक कला व शिल्प के मायने में लाजवाब है।
इस मौके पर उपायुक्त डीसी राणा, पुलिस अधीक्षक एस अरुल कुमार, जिला परिषद अध्यक्ष नीलम कुमारी, अतिरिक्त उपायुक्त मुकेश रेप्सवाल, एसडीएम शिवम प्रताप सिंह, जिला पर्यटन विकास अधिकारी विजय कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश गुलेरी, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण दिवाकर पठानिया, अधीक्षण अभियंता जल शक्ति रोहित दुबे, भूरी सिंह संग्रहालय के कार्यवाहक संग्रहालयाध्यक्ष सुरेंद्र ठाकुर, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण जीत सिंह ठाकुर, अधिशासी अभियंता बिजली बोर्ड पवन शर्मा, अधिशासी अभियंता जल शक्ति दिनेश कपूर समेत अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।
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